शिशिर सोनी-
ये व्यक्ति निश्चित रूप से अलग हाड़माँस का बना है। बुद्धि से शरीर तक इस उम्र में इतनी तरोताजगी, यूँ तो नहीं रह सकती। पचास की उम्र में जब ढलती हुई अलसाई जवानी आसपास देख रहा हूँ वैसे में 75 पहुँच रहे बाबा को ऐसे मस्ती करना देखना अनूठा है। कंठ में इतनी शक्ति की एक दिन में दर्जनों भाषण दिलवा लो। गला नहीं बैठता। फुर्ती इतनी कि बिना रेलिंग पकड़े फुदक फुदक कर जहाज की सीढ़ियां चढ़ना, अद्भुत है।
जब आतंक घाटी में सिर चढ़ कर बोल रहा था। जब अतिवादियों ने लाल चौक पर झंडा फहराने की चुनौती दी थी तब भी ये शख्स लाल चौक पहुंचा था, शान से तिरंगा लहराया था। आज जब इन्हें डराने के लिए आतंकवादियों ने एक बाद एक कई घटनाओं को अंजाम देकर चुनौती दी तो फिर ये शख्स कश्मीर की छाती पर खुलेआम कश्मीरियों को योग की महत्ता बताने डल झील पहुँच गया।
इन नौजवानों को देखिये किसी में खौफ का लेशमात्र भी साया दिख रहा है? नहीं, बिल्कुल नहीं। क्योंकि देश का प्रधानमंत्री धमाके को धता बताते हुए उनके साथ है। उनके हौसला अफ़ज़ाई के लिए, उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए सत्ता का ऐसा संग साथ हवा का रुख बदलने को काफी होता है।
कोई और पीएम होता तो सरकारी प्रेस विज्ञप्ति आती – सुरक्षा कारणों से पीएम की श्रीनगर यात्रा टाल दी गई। लेकिन इस शख्स को सुरक्षाकर्मियों की ओर से शायद ही ऐसी advisory जारी करने की हिमाकत की गई होगी! गोया कि उन्हें पता है, advisory जारी करने से अच्छा है बेहतर सुरक्षा घेरा बनाने में समय निवेश करना।
ये बात भी ठीक है कि वहाँ जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं, कहा जायेगा ये सब उसी के लिए हो रहा है, तो भईया आप में दम है धमाके के साये में ये सब करने का? तो अगले धमाके के बाद आप कर लेना! जो गज़ब है वो तो गज़ब है। तारीफ बनती है तो बनती है।
![](https://www.bhadas4media.com/wp-content/uploads/2018/03/logo.jpg)