Connect with us

Hi, what are you looking for?

राजस्थान

राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर पर पैसे मांगने और खबर छापकर बदनाम करने की FIR

माउंट आबू में राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर पर ठेकेदार से 1 लाख रूपए ऐंठने का आरोप, एक माह बाद भी पुलिस ने नहीं सुनी तो कोर्ट से दर्ज करवाया मुकदमा…

हरिपाल सिंह

माउंट आबू : प्रदेश के शिमला कहे जाने वाले माउंट आबू में एक विश्वसनीय और प्रतिष्ठित समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका के संवाददाता एवं एजेंसी धारक पर अवैध वसूली के आरोप लगाए जा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक ​माउंट आबू में राजस्थान पत्रिका के स्था​नीय रिपोर्टर और एजेंसी धारक के खिलाफ नगर पालिका के एक ठेकेदार को धमकाने व अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। माउंट आबू थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक राजस्थान पत्रिका के रिपोर्टर हरिपाल सिंह उखरड़ा ने एक ठेकेदार को धमकी देकर दस हजार रुपए वसूल किए और अखबार में नकारात्मक खबर न छापने की एवज में एक लाख रुपए की मांग की। परिवादी ठेकेदार की ओर से दर्ज रिपोर्ट में उल्लेख है कि वह अपनी फर्म के जरिए नगरपालिका में सफाई एवं अन्य कार्य का ठेके लेता है। हाल ही में उसे मानसून पूर्व शहर के नालों की सफाई का कार्य मिला था। निविदा संबंधी औप​चारिकताएं पूरी होते ही उसने नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया।

Advertisement. Scroll to continue reading.

इसी दौरान राजस्थान पत्रिका का स्थानीय रिपोर्टर हरिपाल सिंह उखरड़ा उसे मिला और धमकी दी कि वह सही काम नहीं कर रहा। अगर ऐसा ही रहा तो वह राजस्थान पत्रिका में उसके खिलाफ खबरें छापेगा। एफआईआर के मुताबिक आरोपी ने कहा कि अगर खबर रुकवानी है और ठेके का काम जारी रखना है तो उसे एक लाख रुपए देने होंगे।

परेशान होकर 10 हजार रुपए दिए तो फिर मांगे 1 लाख
परिवादी ने बताया कि उसने दबाव में आकर राजस्थान प​त्रिका के रिपोर्टर को दस हजार रुपए नगद ​दे दिए। इसके बाद भी आरोपी ने उससे रुपयों की डिमांड बढ़ा दी। एफआईआर में आरोप है कि पत्रिका रिपोर्टर ने ठेकेदार को धमकी दी है कि अगर वह उसे एक लाख रुपए नहीं देगा तो उसके खिलाफ लगातार नकारात्मक खबरें छपेंगी। इसके बाद परिवादी ने माउंट थाने में पत्रिका रिपोर्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

Advertisement. Scroll to continue reading.

ठेकेदार का कहना है कि एफआईआर होने के बाद भी रिपोर्टर से किसी प्रकार की पुलिस द्वारा पूछताछ नहीं की गई है. इस मामले आरोपी रिपोर्टर से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन, उससे संपर्क नहीं हो पाया। नीचे देखें एफआईआर की प्रति…

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group_one

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement